काशी खंड के कथानुसार, भगवान विष्णु 18 रूपों में काशी में मौजूद हैं, श्वेत माधव उनमें से एक हैं। भगवान् विष्णु ने काशी खंड के 61 वें अध्याय में कहा कि “विशालाक्षी देवी के समीप ही मैं श्वेत माधव नाम से हूँ, इस रूप में मेरा भक्तिपूर्वक पूजन करने पर मैं श्वेतद्वीपेश्वर का रूप ही बना देता हूँ।”
यह मंदिर पूजा के लिए प्रातः 07.00 से दोपहर 01.00 बजे तथा सायं 04.00 से 09.00 बजे तक खुला रहता है। यहाँ प्रातः काल एवं सायंकाल में आरती होती हैं।
श्वेत माधव मीर घाट पर D.3/71, बड़ा हनुमान मंदिर में स्थित है। भगवान की प्रतिमा मंदिर में अंदर की ओर भगवान हनुमान की प्रतिमा के सामने स्थापित है। मंदिर दर्शन/यात्रा हेतु स्थानीय परिवहन उपलब्ध है।