भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों में से एक स्वरूप हयग्रीव केशव का भी है। विष्णु के इस स्वरूप का परिचय हमें नाम से ही हो जाता है। हय का अर्थ है अश्व तथा ग्रीव का तात्पर्य ग्रीवा से है। अर्थात अश्व के समान गर्दन वाले भगवान विष्णु के इस स्वरूप में उनके ग्रीवा तक का भाग अश्व के समान है। हयग्रीव केशव बुद्धि के देवता माने जाते हैं तथा वे श्रद्धालुओं को बुद्धि प्रदान करते हैं।
श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन-पूजन हेतु मंदिर दिन भर खुला रहता है।
हयग्रीव केशव बी-3/25, अनदमयी अस्पताल के समीप भदैनी पर स्थित हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर के दर्शन/यात्रा हेतु स्थानीय परिवहन सुगमता से उपलब्ध हैं।