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प्रश्न 1 : पावन पथ यात्रा क्या है ? यह हिंदुओं के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है ?

पावन पथ यात्रा वाराणसी, उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिरों का एक परिपथ है, जिन्हें 10 तीर्थयात्राओं के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है जो श्रद्धालुओं को सिद्धि व मोक्ष प्रदान करते हैं |  इसमें  पवित्र नगरी के 100 से अधिक उन प्रसिद्ध मंदिरों को सम्मिलित किया गया है जिहें अभी तक खोजा नहीं गया था | वेबसाइट में काशी में स्थित मंदिरों का संक्षिप्त विवरण है जैसा कि काशी खंड में उल्लिखित है, उनकी वास्तविक अवस्थिति, उन मंदिरों में होने वाली पूजा अर्चना/आरती का प्रकार व 3600   वीडियो इत्यादि |
काशी- मोक्ष की नगरी तीर्थ यात्राओं का सुअवसर प्रदान करती है, जिनमें से एक पावन पथ यात्रा है जिसे श्रद्धालुओं को विभिन्न हिन्दू देवी देवताओं के दर्शन द्वारा आद्यात्मिक शांति प्रदान करने वाली तथा मंदिरों की पौराणिक महत्ता का अनावरण करने वाली माना जाता है |

प्रश्न 2 – पावन पथ यात्रा में कौन सी 10 तीर्थयात्राएँ सम्मिलित की गई हैं ?

पावन पथ यात्रा में निम्नलिखित 10 यात्राएं सम्मिलित की गई हैं :

प्रश्न 3 –  क्या पावन पथ यात्रा का कोई प्रारम्भिक अथवा अंतिम बिन्दु है ?

इस यात्रा का कोई प्रारम्भिक अथवा अंतिम बिन्दु नहीं है | हर मंदिर की अपनी पौराणिक महत्ता है | कोई श्रद्धालु किसी भी मंदिर का दर्शन कर पूजा व कर्मकांड कर सकता है |

प्रश्न 4 – पावन पथ की 10 यात्राएं क्या सार्थक करती हैं ?

पावन पथ की 10 यात्राएं निम्नलिखित को सार्थक करती हैं :-

  • काशी भैरव यात्रा –  भगवान भैरव के 10 रूपों को समर्पित मंदिर
  • नव गौरी यात्रा – देवी गौरी के 9 रूपों को समर्पित मंदिर
  • नव दुर्गा यात्रा – देवी दुर्गा के 9 रूपों को समर्पित मंदिर
  • काशी में चार धाम यात्रा – भारत में चार धामों की प्रतिकृति माने जाने वाले मंदिर
  • द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा – ज्योतिर्लिंगों के 12 स्वरूपों को समर्पित मंदिर
  • द्वादश आदित्य यात्रा – भगवान सूर्य के 12 स्वरूपों को समर्पित मंदिर
  • अष्ट विनायक यात्रा – भगवान गणेश के 8 स्वरूपों को समर्पित मंदिर
  • अष्ट प्रधान विनायक यात्रा – भगवान गणेश के 8 स्वरूपों को समर्पित मंदिर
  • एकादश विनायक यात्रा –  भगवान गणेश के 11 स्वरूपों को समर्पित मंदिर
  • काशी विष्णु यात्रा – भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर

इन सभी पेजों के अंत में यात्रा विशिष्ट में आने वाले सभी मंदिरों के भी पेज दिये गए हैं तथा एक फ्लोटिंग आइकन जिस पर “मंदिर” लिखा हुआ है, प्रत्येक यात्रा पेज के बायीं ओर दिया गया है | इसमें मंदिर की सही भौगोलिक स्थिति, संक्षिप्त विवरण, वहाँ की जाने वाली पूजा/आरती का प्रकार, वहाँ की फोटो गैलरी, 3600 इमेज, एच डी फ़ोटोज़ व वीडियोज़ उपलब्ध कराए गए हैं |

प्रश्न 5 : पावन पथ यात्रा में सम्मिलित यात्राओं के विषय में कैसे जान सकते हैं ?

प्रत्येक यात्रा का एक संबन्धित पेज है जिसे हैडर मेन्यू अथवा होमपेज के द्वितीय सेक्शन से एक्सेस किया जा सकता है |

प्रश्न 6 – मैं विभिन्न पावन पथ यात्राओं में सम्मिलित किसी विशिष्ट मंदिर के विषय में कैसे जान सकता/सकती हूँ?

प्रत्येक मंदिर से संबन्धित पेज जो हर यात्रा पेज के अंत में दिये गए हैं, पर क्लिक करके मंदिरों के बारे में जाना जा सकता है अथवा “मंदिर” लिखे फ्लोटिंग आइकन जो प्रत्येक यात्रा पेज के बाईं ओर दिया गया है, पर क्लिक करके भी जानकारी ली जा सकती है |

प्रश्न 7 – मैं कैसे जान सकूँगा/सकूँगी की अमुक मंदिर किस यात्रा के अंतर्गत आता है ?

उपयोगकर्ता सर्च बार की सहायता से किसी विशिष्ट मंदिर को ढूंढ सकता है | इसके अतिरिक्त प्रत्येक वेबपेज के ऊपरी हिस्से में साइटमैप दिया गया है जिसकी सहायता से आप ढूंढ सकते हैं कि अमुक मंदिर किस यात्रा में सम्मिलित हैं |

प्रश्न 8 – किसी विशिष्ट मंदिर में भविष्य में आने वाले उत्सवों व त्योहारों का विवरण हम कैसे जान सकते हैं ?

आगंतुक होमपेज की सहायता से आने वाले उत्सवों व त्योहारों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं | आगंतुक सभी देखें बटन पर क्लिक करके इस वर्ष आने वाले सभी त्योहारों व उत्सवों की दिनांक-वार पूरी सूची प्राप्त कर सकते हैं |

प्रश्न 9 – हम किसी विशिष्ट मंदिर की अवस्थिति कैसे खोज सकते हैं ?

होमपेज पर, मंदिरों की भौतिक अवस्थिति के अनुभाग में, ड्रॉप डाउन मेन्यू से उस यात्रा का चयन कीजिये जिसमें आपका वांछित मंदिर सूचीबद्ध हो, आपकी यात्रा के अन्य सभी मंदिरों की सूची प्रकट होगी | वांछित मंदिर की भौगोलिक स्थिति हेतु उसका चयन कीजिये, मानचित्र पर एक पॉप अप विंडो प्रकट होगी | और पढ़ें पर क्लिक कीजिये, आपको संबन्धित मंदिर के पेज पर भेजा जाएगा जहां आप पेज के सबसे नीचे उस मंदिर की भौगोलिक अवस्थिति का अवलोकन कर सकते हैं | इसी प्रकार आप यात्रा के पेजों से भी मंदिर की भौगोलिक अवस्थिति, जैसा कि पहले बताया जा चुका है, ज्ञात कर सकते हैं |

प्रश्न 10 – विभिन्न यात्राओं में दिये गए मंदिरों की सूचना का स्रोत क्या है ?

पावन पथ यात्रा में दिये गए मंदिरों की सूचना का आधार काशी खंड, शिव पुराण तथा वाराणसी वैभव में दिया गया विवरण है | कुछ सूचनाएँ पुजारियों व मंदिरों की देख रेख करने वालों के साथ हुये सर्वेक्षण से एकत्रित की गई हैं |

प्रश्न 11- किसी मंदिर का आभासी भ्रमण, हाई रेजोल्यूशन चित्र, तथा वीडियो को कहाँ से देखा जा सकता है ?

उपयोगकर्ता किसी विशिष्ट मंदिर का आभासी भ्रमण, हाई रेजोल्यूशन चित्र, तथा वीडियो मीडिया गैलरी से प्राप्त कर सकता है | इसके लिए होमपेज को स्क्रॉल करें, सभी देखें पर क्लिक करें, आप को उस पेज पर ले जाया जाएगा जहां आभासी भ्रमण, हाई रेजोल्यूशन चित्र, तथा यात्रा-वार वीडियो उपलब्ध हैं अथवा उपयोगकर्ता संबन्धित मंदिर के वेबपेज से आभासी भ्रमण, हाई रेजोल्यूशन चित्र, तथा वीडियो देख सकता है |

प्रश्न 12 – पावन पथ पोर्टल पर कोई शिकायत कैसे दर्ज की जा सकती है ?

शिकायत दर्ज करें का विकल्प होमपेज पर सबसे नीचे दिये गए हेल्पडेस्क मेन्यू के अंतर्गत उपलब्ध है | पावन पथ पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने हेतु निम्नलिखित बिन्दुओं का पालन करें :-

  • आवेदक का नाम, ई-मेल आईडी तथा मोबाइल नंबर भरें तथा ड्रॉप डाउन मेन्यू  से अपना निवास स्थान चयनित करें |
  • दिये गए टेक्स्ट बॉक्स में अपना पूरा डाक पता तथा विस्तृत शिकायत लिखें |
  • शिकायत से संबन्धित कोई प्रपत्र या चित्र अपलोड करने हेतु, यदि कोई हो तो,  “फ़ाईल चुनें” लिंक पर क्लिक करें |
  • संलग्नक पीडीएफ़, जेपीजी अथवा जेपीईजी फ़ार्मेट में होना चाहिए तथा उसका आकार 20 केबी से कम होना चाहिए |
  •  आगे बढ़ने हेतु “ओटीपी भेजें” बटन पर क्लिक कीजिये |
  • आपके द्वारा प्रदान किए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा |
  • समुचित बॉक्स में ओटीपी भरें | यदि आपको ओटीपी नहीं प्राप्त हुआ है तो “ओटीपी पुनः भेजें” बटन पर क्लिक करें |
  • ओटीपी भरने के बाद “आगे बढ़ें” बटन पर क्लिक करें |
  • आपका ओटीपी सफलता पूर्वक सत्यापित कर लिया जाता है तो आप “भेजें” बटन पर क्लिक करें |
  • आपकी शिकायत सफलतापूर्वक भेज दी जाएगी  |
  • शिकायत पंजीकरण संख्या जो, एक पॉप अप विंडो में उभरती है, उसे लिख लीजिये, वैसे यही संख्या आपके पंजीकृत मोबाइल पर भी भेज दी जाएगी | इसे आप भविष्य के पत्राचार हेतु प्रयोग कर सकते हैं |

प्रश्न 13 –  पावन पथ पोर्टल पर फ़ीडबैक कैसे भेजें ?

फ़ीडबैक का विकल्प “संपर्क करें” अनुभाग में दिया गया है , ये अनुभाग टॉप मेन्यू में है अथवा यह वेबसाइट के होमपेज में नीचे शेयर मेन्यू में उपलब्ध है | पावन पथ पोर्टल पर फीडबैक भेजने के लिए इन बिन्दुओं का पालन करें :-

  • आवेदक का नाम, ई-मेल आईडी तथा मोबाइल नंबर भरें तथा ड्रॉप डाउन मेन्यू  से अपना निवास स्थान चयनित करें |
  • अपना पूरा डाक पता व विस्तृत टिप्पणी/सुझाव दिये गए टेक्स्ट बॉक्स में लिखें |
  • आगे बढ़ने हेतु “ओटीपी भेजें” बटन पर क्लिक कीजिये |
  • आपके द्वारा प्रदान किए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा |
  • समुचित बॉक्स में ओटीपी भरें | यदि आपको ओटीपी नहीं प्राप्त हुआ है तो “ओटीपी पुनः भेजें” बटन पर क्लिक करें |
  • ओटीपी भरने के बाद “आगे बढ़ें” बटन पर क्लिक करें |
  • आपका ओटीपी सफलता पूर्वक सत्यापित कर लिया जाता है तो आप “भेजें” बटन पर क्लिक करें |
  • आपका फ़ीडबैक  सफलतापूर्वक भेज दिया जाएगा |

प्रश्न 14 – पावन पथ पोर्टल पर ई-न्यूज़लेटर हेतु कैसे सबस्क्राइब करें ?

वेबसाइट के निचले भाग में ई-न्यूज़लेटर हेतु सबस्क्राइब करने का विकल्प दिया गया है | मेल आई डी भरें व “ई-न्यूज़लेटर प्राप्त करने हेतु सब्स्क्राइब करें” पर क्लिक करें |

प्रश्न 15 – पावन पथ पोर्टल पर “पुश नोटिफिकेशन” कैसे ऑन करें ?

जब वेबसाइट पूरी तरह लोड हो जाती है तो उपयोगकर्ता को “पुश नोटिफ़िकेशन” को अनुमन्य/अमान्य करने का विकल्प खुल जाता है | यदि एक बार उपयोगकर्ता “अनुमन्य”  बटन पर क्लिक करता है तो वह “पुश नोटिफिकेशन” प्राप्त करना प्रारम्भ कर देगा/देगी ।  इसके अतिरिक्त होमपेज पर दाहिनी ओर स्थित एक नीली टैब, जिस पर “गैट नोटिफ़िकेशन” लिखा हुआ है, पर क्लिक करने से भी “पुश नोटिफिकेशन” प्राप्त किया जा सकता है |

प्रश्न 16 – पावन पथ पोर्टल पर टिप्पणी अथवा अपने विचार कैसे शेयर करें ?

ओफ़िशियल ब्लॉग में अपने विचार हमसे शेयर करने हेतु पंजीकृत करने का विकल्प मौजूद है |

प्रश्न 17 – हमें सारनाथ अथवा वाराणसी के अन्य महत्त्वपूर्ण पर्यटक स्थलों की जानकारी कहाँ से प्राप्त होगी ?

उपयोगकर्ता “वाराणसी को और जानें” मेन्यू के द्वारा सारनाथ तथा वाराणसी के अन्य महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की जानकारी प्राप्त कर सकता है |

अंतिम नवीनीकृत तिथि August 30, 2022 at 11:10 am