वाराणसी में सर्वव्यापक भगवान शिव ज्योतिर्लिंग स्वरूप में बारह स्थानों पर विराजमान हैं। शिव महापुराण के अनुसार जो भी मनुष्य द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन एवं स्पर्श करता है वह समस्त पापों से मुक्त होकर सम्पूर्ण सिद्धियों को प्राप्त करता है। शिव महापुराण के अनुसार भगवान शिव की समस्त शिवलिंगों में से ज्योतिर्लिंग निम्न हैं:
इन द्वादश ज्योतिर्लिंग का प्रतीक ज्योतिर्लिंग स्वरूप काशी में विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। मान्यता अनुसार काशी में स्थित इन द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन से प्रधान द्वादश ज्योतिर्लिंग की आराधना करने के समान पुण्य एवं फल की प्राप्ति होती है।