वाराणसी सिल्क के काम के लिए विश्व भर में ख्यात है | प्रसिद्ध बनारसी साड़ियाँ गरिमामयी परिधान का पर्याय हैं | इससे इतर बनारसी ज़री कला भी साधारण व आधुनिक जीवन शैली वालों की विशिष्ट रूचि में सम्मिलित है | ज़री कला का प्रयोग हर संबन्धित उपभोक्ता अपनी कल्पनाशीलतानुसार करता है | वाराणसी धार्मिक महत्ता के अतिरिक्त पीतल, कांसा, लकड़ी एवं मिट्टी के पात्र, खिलौनों व अन्य उत्पादों के लिए भी विशेष रूप से प्रसिद्ध है |
उत्कृष्ट स्वर्ण कला ने वाराणसी को विशिष्ट ख्याति प्रदान की है | वाराणसी की ख्याति बढ़ाने में पड़ोसी जनपद मिर्ज़ापुर का भी महती योगदान है | मिर्ज़ापुर की हस्तनिर्मित कालीनें अथवा सांगीतिक वाद्ययंत्र लेने आए व्यक्ति वाराणसी तक खिंचे चले आते हैं | ग्रीष्मकाल में यह नगर आम की विभिन्न प्रजातियों के लिए लोकप्रिय हो उठता है | इसके अतिरिक्त बनारसी पान की ख्याति तो देश की सीमाएं लांघ कर विदेशों के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक फैली है | वाराणसी में चौक, विश्वनाथ गली, ठठेरी बाज़ार, लहूराबीर, गोदौलिया, दशाश्वमेध गली एवं गोलघर इत्यादि क्षेत्र व्यापारिक क्रियाओं के प्रमुख क्षेत्रों में से हैं |
किसी समय विशेष पर ही नहीं अपितु वर्ष भर वाराणसी नगर का वातावरण देशी-विदेशी पर्यटकों के आवागमन से उल्लसित रहता है | यहाँ से सिल्क व पीतल के उत्पादों का क्रय तो अविस्मरणीय अनुभव होता है | व्यापारिक क्रियाओं के लिए वस्तु विशेष हेतु संबन्धित बाज़ार का चयन श्रेयस्कर होगा, उदाहरणार्थ ठठेरी बाज़ार पीतल से बने उत्पादों, ज्ञान व्यापी व विश्वनाथ गली सिल्क, ज़री कला व आभूषण हेतु सर्वथा उचित बाज़ार हैं | इसके अतिरिक्त गोदौलिया, लहूराबीर एवं चौक क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा संचालित बिक्री भंडार भी उपलब्ध हैं | वाराणसी जनपद में हथकरघा उत्पाद क्रय करने हेतु भी अनेकों केंद्र हैं जो नगर के लगभग सभी क्षेत्रों में फैले हुए हैं | इन विक्रय केन्द्रों में वस्तुएँ निर्धारित मूल्य पर उत्तम गुणवत्ता के साथ उपलब्ध रहती हैं |
उच्चकोटि के सिल्क हेतु सिगरा का हैंडलूम हाउस व छावनी क्षेत्र का ताज होटल विश्वसनीय केंद्र हैं | इसके अतिरिक्त गोदौलिया में ताज होटल के सामने स्थित यूपीका का विक्रय केंद्र भी सिल्क व्यापार हेतु विश्वसनीय प्रतिष्ठान है |
बाहर से आने वाले पर्यटकों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक अर्बन हाट भी तैयार किया गया है। यहां विभिन्न प्रदेशों के राज्य और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कारीगर अपने-अपने उत्पादों का प्रदर्शन करते हैं। विभिन्न भारतीय शिल्पियों व कारीगरों के हस्तनिर्मित उत्पादों को पर्यटकों को सुगमता से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अर्बन हात (हस्तशिल्प केंद्र) का इरमान किया गया है | हाट में सार्वजनिक उपयोग की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही यहां आने वाले लोगों के लिए स्वादिष्ट भोजन भी उपलब्ध है | भारतीय गीत -संगीत, कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी यहाँ समय-समय पर किया जाता है |