“काशी खंड के 61 वें अध्याय के अनुसार जो भी भक्त नारद तीर्थ में स्नान के उपरांत नारद केशव की आराधना करता है उसे भगवान विष्णु का आशीर्वाद, अपार ज्ञान एवं ब्रह्म विद्या प्राप्त होती है। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु नारद तीर्थ पर नारद केशव के रूप में मौजूद हैं। पहले, नारद घाट को कुवाईघाट के नाम से जाना जाता था। उन्नीसवीं सदी के मध्य में इस घाट पर नारदेश्वर (शिव) मंदिर की स्थापना की गई थी। तब से इस घाट को नारद घाट के नाम से जाना जाता है।
यह मंदिर पूजा के लिए हर समय खुला रहता है।
नारद केशव A-10/80, प्रहलाद घाट, शीतला मंदिर के अंदर प्रहलादेश्वर के सामने स्थित है। मंदिर दर्शन/यात्रा हेतु स्थानीय परिवहन उपलब्ध है।