माँ दुर्गा का पांचवा स्वरूप स्कन्द माता हैं। उनकी गोद में उनके पुत्र स्कन्द अर्थात कार्तिकेय विराजमान है इसी कारण उनका नाम स्कन्द माता पड़ा।
ऐसी मान्यता है कि देवी के दर्शन-पूजन से श्रद्धालओं की सभी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं, वे शांति, प्रसन्नता एवं मोक्ष का मार्ग सरलता से प्राप्त करते हें।
यह मंदिर प्रातः 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे व सायं 4:00 बजे से 7:00 बजे तक खुलता है। आरती प्रातः व सायं काल होते हैं। समय में परिवर्तन संभाव्य है।
स्कन्द माता मंदिर J.6/33 जैतपुरा क्षेत्र में स्थित है। मंदिर दर्शन हेतु स्थानीय वाहन सुगमता से उपलब्ध है।