चंद्रघंटा दुर्गा मंदिर : : पावन पथ की आधिकारिक वेबसाइट
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चंद्रघंटा दुर्गा मंदिर

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चंद्रघंटा दुर्गा मंदिर

काशी खंड के 70वें अध्याय के अनुसार चंद्रघंटा देवी (जो कि माँ दुर्गा का तीसरा रूप है) की उपासना नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है।
मान्यताओं के अनुसार चित्र कूप में स्नान करके चंद्रघंटा देवी की आराधना करने से व्यक्ति चाहे जितने पाप किए हो चाहे धर्म का मार्ग त्याग कर दिया हो उसका नाम कभी चित्रगुप्त की पुस्तक में अंकित नहीं होता अर्थात यमयातना में नहीं पड़ता। चंद्रघंटा देवी अपने श्रद्धालुओं के सभी दुखों को दूर करती हैं तथा वे बहुत सरलता से उनकी सफलता अर्जित करती हैं।

पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय :-

श्रद्धालु माँ चंद्रघंटा की पूजा विशेषकर शारदीय नवरात्र (सितंबर-अक्टूबर) में करते हैं। मंदिर, प्रातः 6:00 बजे से 10 बजे तक, व साँय 6:00 बजे से 8:00 बजे तक खुला रहता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस समय में परिवर्तन संभाव्य है ।

मन्दिर का स्थान

चंद्रघंटा देवी का मंदिर चौक, चंद्रघंटा गली में स्थित है। मंदिर यात्रा हेतु स्थानीय वाहन उपलब्ध है।

अंतिम नवीनीकृत तिथि July 5, 2019 at 12:33 pm