विनायक का यह विग्रह मणिकर्णिका की उत्तरी सीमा पर स्थित है जिस कारण इन्हे सीमा विनायक के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि वह इस सीमा के रक्षक हैं।
यह मंदिर एक निजी घर के सामने स्थित है तथा यहाँ कभी भी दर्शन किया जा सकता है।
संकटा घाट के ऊपर मित्र विनायक के रास्ते में सीमा विनायक स्थित है। वैकल्पिक रूप से भक्तजन साइकिल रिक्शा से चौक तक पहुँच सकते हैं फिर वहाँ से गली में पद यात्रा करके संकटा देवी मंदिर तक पहुँचा जा सकता है। इसके अलावा नाव से भी संकटा देवी मंदिर तक पहुँचा जा सकता है फिर वहाँ से सीढ़ियां चढ़कर सेना विनायक तक पहुँचा जा सकता है।