वाराणसी के हनुमान घाट पर स्थित रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु में समुद्र के किनारे स्थित रामेश्वरम धाम की प्रतिकृति है। ऐसा माना जाता है कि वाराणसी में स्थित इस मंदिर के दर्शन से, भक्तों को तमिलनाडु में स्थित रामेश्वरम धाम के समान ही पुण्य प्राप्त होता है।
यह माना जाता है कि वाराणसी में रामेश्वर महादेव तीर्थधाम भगवान श्रीराम, शत्रुघ्न, लक्ष्मण और हनुमान द्वारा किया गया था। रामेश्वर शिवलिंग के साथ ही सोमेश्वर, अग्नेश्वर, रचभेशवर, नहुसेश्वर, भरतेश्वर, लक्ष्मणेश्वर, शस्तृधेश्वर, देव पंचायत लिंग (16 शिवलिंग मंदिर में स्थापित हैं)।
रामेश्वरम काशी की विरासत श्रृंखला में धार्मिक महत्व का एक स्थान है और यह कई भक्तों के पंचकोशी परिक्रमा का तृतीय पड़ाव है जो अपनी कामनाओं की पूर्ति हेतु देश के कोने-कोने से यहां आते हैं।
यह पूजा स्थल प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक व साँय 5:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक मंदिर में दर्शन/यात्रा की जा सकती है। रामेश्वरम मंदिर परिसर में समय-समय पर आयोजित होने वाले उत्सवों में शिवरात्रि मेला, लोटा-भाटा मेला आदि प्रमुख हैं।
रामेश्वरम मंदिर B.4 / 16 में, श्री दशनाम जूना अखाड़ा के प्रांगण में हनुमान घाट पर स्थित है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थानीय परिवहन उपलब्ध है।