क्रोधन भैरव आदि भैरव के नाम से जाने जाते हैं और अपने श्रद्धालुओं को बल व साहस देते हैं ताकि वे बड़ी सफलताएँ अर्जित कर सकें। वे दक्षिणी-पश्चिम दिशा के संरक्षक हैं।
यह पूजा स्थल प्रातः 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक, व सायं 4:00 बजे से रात्रि 12:00 बजे तक खुला रहता है। प्रातः और सांयकाल में आरती की जाती हैं ।
यह बटुक भैरव मंदिर प्रांगण में B .31/126, कमच्छा देवी मंदिर परिसर, कामेच्छा वाराणसी में स्थित है। श्रद्धालु इस मंदिर तक किसी भी स्थान से रिक्शा द्वारा पहुँच सकते हैं, क्योंकि कामेच्छा व बटुक भैरव प्रसिद्ध स्थल हैं।