वासंतिक नवरात्रि के चौथे दिन (चतुर्थी) को श्रद्धालु श्रृंगार गौरी की आराधना करते हैं। भक्तों के दर्शन पूजन के लिए प्रशासन द्वारा वर्ष में एक बार वसंतिक नवरात्रि के चौथे दिन मंदिर खोला जाता है।ऐसी मान्यता है कि देवी श्रृंगार गौरी का पूजन करने से श्रद्धालुओं के जीवन में सभी प्रकार की सुख-समृद्धि आती है।
मार्च-अप्रैल में चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन देवी श्रृंगार गौरी की आराधना का विशेष महत्व है।
यह मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद के पीछे स्थित है तथा वर्ष में केवल एक दिन ही दर्शन के लिए खुलता है। हालांकि श्रद्धालु विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थित अन्नपूर्णा देवी की आराधना कर यह पुण्य प्राप्त करते हैं। श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुँचने के लिए विश्वेश्वर मंदिर आने का दिशा निर्देश प्राप्त करना चाहिए।